Intraday trading strategy in Hindi [2023] Intraday trading tips in Hindi इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है रणनीति कैसे बनाएं ||


 आज हमें इंट्राडे ट्रेडिंग (Intraday trading) पर बात करने वाले हैं की 2023 के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है इसकी रणनीति पर इंट्राडे ट्रेडिंग में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ट्रेडिंग करते समय ताकि कोई गलती ना हो इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और कैसे काम करती है इसके बारे में और इसकी पूरी रणनीति के बारे में हम नीचे विस्तार से चर्चा करेंगे


❇️Intraday trading मैं एक ट्रेडर 1 दिन में वित्तीय साधनों को खरीदते और बेजते हैं 9:15 AM to 3:30 PM मार्केट के खुलने से बंद होने तक के टाइम के बीच ट्रेडिंग करते हैं इसमें लाभ कमाने के लिए अल्पकालिक मूल्य में उतार-चढ़ाव का लाभ उठाना शामिल है। जबकि सफल इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कोई गारंटीकृत रणनीति नहीं है, यहां कुछ सामान्य दृष्टिकोण हैं जो व्यापारी अक्सर उपयोग करते हैं:


  ✳️ट्रेंड फॉलोइंग (Trend Following): 

ट्रेंड फॉलोइंग से अर्थ है जब एक ट्रेडर ट्रेड करता है उस समय पर चार्ट पर एक चार्ट पेटर्न को बनते हुए देखता है और उसको फॉलो करता है जब वह इस पैटर्न को पूरी तरीके से बन जाता है उस वक्त उस चार्ट पेटर्न से अपना लाभ अर्जित करता है ट्रेडर ऐसे स्टॉक या उपकरणों की तलाश करते हैं जो एक स्पष्ट ऊपर या नीचे की प्रवृत्ति प्रदर्शित कर रहे हैं और उस प्रवृत्ति की निरंतरता से लाभ का लक्ष्य रखते हैं।

Sideways Trend 📈



 ✳️ब्रेकआउट ट्रेडिंग (Breakout Trading):

ब्रेकआउट ट्रेडिंग से अधिक से अधिक लाभ प्राप्त होता है एक चार्ट पेटर्न पर जब ब्रेकआउट आता है तब इस प्रकार की ट्रेड ली जाती है नीचे आप कोई चार्ट पेटर्न दिख रहा होगा यह ब्रेकआउट ट्रेंड होता है ब्रेकआउट ट्रेडर्स मूल्य स्तरों की तलाश करते हैं जहां स्टॉक या उपकरण एक महत्वपूर्ण समर्थन या प्रतिरोध स्तर से टूट जाता है। उनका उद्देश्य गति और अस्थिरता को पकड़ना है जो अक्सर ब्रेकआउट के बाद होता है और बाद के मूल्य आंदोलन का लाभ उठाता है।

Breakout trading


 ✳️स्केलिंग Scalping trading

 स्केलिंग एक उच्च-आवृत्ति ट्रेडिंग रणनीति है Scalping trading जिसमें पूरे दिन में कई ट्रेड करना शामिल है, सरल शब्दों में 1 से 5 मिनट के अंदर ट्रेड ली जाती है जिसका लक्ष्य छोटे मूल्य में उतार-चढ़ाव से लाभ प्राप्त करना है। नीचे आपको एक एक चार्ट पेटर्न दिख रहा होगा इस प्रकार से इसमें ज्यादा से ज्यादा लाभ कमाया जाता है इस रणनीति का उपयोग करने वाले व्यापारी आमतौर पर केवल कुछ मिनट या सेकंड के लिए स्थिति रखते हैं और जोखिम को प्रबंधित करने के लिए सख्त स्टॉप-लॉस ऑर्डर पर भरोसा करते हैं।

Scalping trading 


 

 ✳️रेंज ट्रेडिंग(Range Trading):

रेंज ट्रेडर्स मूल्य स्तरों की पहचान करते हैं जहां एक स्टॉक या उपकरण समर्थन और प्रतिरोध स्तरों के बीच दोलन करता है। वे सीमा के निचले छोर पर खरीदने और ऊपरी छोर पर बेचने का लक्ष्य रखते हैं, स्थापित सीमा के भीतर मूल्य आंदोलन का लाभ उठाते हैं। इस चार्ट पेटर्न को देखिए इस प्रकार से यह ट्रेंड चलता है

Range trading 


 समाचार-आधारित व्यापार: समाचार और घटनाएं वित्तीय बाजारों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती हैं, जिससे कीमतों में उतार-चढ़ाव हो सकता है। समाचार-आधारित व्यापारी आर्थिक रिपोर्ट, कंपनी की घोषणाओं और अन्य प्रासंगिक समाचार घटनाओं की बारीकी से निगरानी करते हैं ताकि बाजार की प्रतिक्रियाओं से उत्पन्न होने वाले व्यापारिक अवसरों की पहचान की जा सके समाचार आधारित ट्रेड करने वाले लोग सुबह जल्दी उठते हैं और एक योजना बनाते हैं मार्केट के समाचार को देख कर कि उनको आज किस प्रकार की ट्रेड करनी चाहिए।


 यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सफल इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए अनुशासन, जोखिम प्रबंधन और निरंतर सीखने की आवश्यकता होती है। सूचित व्यापारिक निर्णय लेने के लिए व्यापारी अक्सर तकनीकी विश्लेषण, मौलिक विश्लेषण और बाजार संकेतकों को जोड़ते हैं। इसके अतिरिक्त, वास्तविक पैसे जमा करने से पहले वित्तीय बाजारों की ठोस समझ के साथ शुरुआत करने और वर्चुअल ट्रेडिंग खातों के साथ अभ्यास करने की सिफारिश की जाती है।


अब आप से एक सवाल है इसका जवाब जरूर दीजिएगा ?

❓  Intraday trading मैं कौन सा टाइम फ्रेम रखना चाहिए जो सबसे अच्छा हो ❓

 

मैं उम्मीद करता हूं कि आपको आपके सवालों के जवाब मिल गए होंगे और अगर फिर भी आपका अगर कोई सवाल है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते हैं मुझसे मैं उसका जवाब जरूर दूंगा और आपको यह टॉपिक कैसा लगा वह भी मुझे कमेंट बॉक्स में बताएं।


धन्यवाद ‌‌‌‌‌


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